अमरकोषसम्पद्

         

मनुष्यवर्गः 2.6.112

अनाहतं निष्प्रवाणि तन्त्रकं च नवाम्बरे
तत्स्यादुद्गमनीयं यद्धौतयोर्वस्त्रयोर्युगम्

अनाहत (वि) = छेदभोगक्षालनरहितवस्त्रम्. 2.6.112.1.1

निष्प्रवाणि (वि) = छेदभोगक्षालनरहितवस्त्रम्. 2.6.112.1.2

तन्त्रक (वि) = छेदभोगक्षालनरहितवस्त्रम्. 2.6.112.1.3

नवाम्बर (नपुं) = छेदभोगक्षालनरहितवस्त्रम्. 2.6.112.1.4

उद्गमनीय (नपुं) = धौतवस्त्रयुगम्. 2.6.112.2.1

- Show pada
- Show sloka
- Show varga
- Search amarakosha
- Search apte dictionary
- Play audio
- Copy link to clipboard
- Report an issue